भावनाओं की कीमत

नमस्कार दोस्तों आज एक ऐसी कहानी आप लोगों को बताती हूँ जो सुन कर आखों में आंसू आ गए दोस्तों आज के इस दौर में लोग एक अंधी दौड़ में शामिल है वह दौड़ है भौतिक वाद भौतिक सुख सुविधाओं के लिए इंसान भावनाओ को भूल गया है सब लोग अपने अपने ऐश आराम के लिए कब किसे नुकसान पहुंचा देगा कह नहीं सकते आज टापिक कुछ ऐसा ही है उम्मीद है इस स्टोरी से लोगों को कुछ सीख मिले सुबह की चाय हाथ में लिए नायर जी बाल्कनी में…

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बेल पत्र के फायदे और नुकसान

बेल पत्र  का नाम सुनते ही भगवान शिव की छवि मन में बनने लगती है. औषधीय गुणों से भरपूर बेलपत्र भगवान शिव को बहुत प्रिय है. ज्यादातर बेल पत्र में एक साथ तीन पत्तियां होती हैं. इन तीन पत्तियों को ब्रह्मा, विष्णु और शिव के प्रतीक के रूप में जाना जाता है. कुछ मिथकों में शिव की तीन आंखों के रूप में भी बेल पत्र को जाना जाता है.हिन्दू धर्म में पूजा के लिए प्रयोग होने वाला बेलपत्र, सिर्फ पूजा के लिए ही नहीं, बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए भी काफी…

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प्रश्न नारद का

पर हित सरस धर्म नहीं भाई ।पर पीड़ा सम ही अधमाई ।। दोस्तों इस लाइन का अर्थ है ।दूसरों की भलाई करने से बड़ा कोई धर्म नहीं है और दूसरों को पीड़ा पहुंचाने से बड़ा कोई अधर्म नहीँ है यानी अपने जीवन को जीने के लिए किसी को कष्ट नहीं देना चाहिए निस्वार्थ भाव से प्राणी और समाज के हितार्थ कार्य करना चाहिए दोस्तों आज मैं आपको सबको नारद जी का एक प्रश्न बताते हैं जो अपने पिता ब्रह्मा जी से करते नारद जी एकबार भ्रमण करते करते पाताल लोक…

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पवित्र पावन रक्षाबंधन

दोस्तों भाई बहन के प्रेम और सौहार्द्र का प्रतीक रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनायें दोस्तों आज के पोस्ट मे कुछ बातें रक्षाबंधन की सावन की रिमझिम फुहार के बीच खुशियों का पर्व रक्षाबंधन हर्ष उल्लास की छटा विखेरने आ गया दोस्तों हमें इस पर्व का बेसब्री से इंतजार रहता रहता है सुबह से ही घर में मिठे पकवानों की खुशबू फैल जाती है दोस्तों मानव जीवन रिश्तों का मेला है लेकिन भाई बहन का रिश्ता अतुल्य होता है इस एक रिश्ते कभी प्रेम तो कभी शरारत कभी शिकायत तो कभी सुरक्षा…

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हरी चूड़ियों का महत्व

सखियों का सावन माँ की बलैइया भाभी की मनुहार भाई बहन की ठिठोली मन को पुलकित करने लगता है ऐसा लगता है जैसे खुशियों के पर लग गए हैं घरों में हरदिन पर्व जैसा माहौल रहता है लेकिन क्या किसी ने उस खुश नुमा माहौल में ए नोटिस किया है अधिकांश औरतें अपने सिंगार में हरा रंग का इस्तेमाल करती हैं आइये बात करते हैं की सावन के महीने में हरी चूड़ी का महत्व अखंड सौभाग्य का प्रतीक हरा रंग खुशहाली प्रगति और सम्पन्नता का प्रतीक है हमारे हिन्दू धर्म…

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मोटेअनाज सेहत का वरदान

आज का हमारे खान पान और जीवन शैली का असर हमारे सेहत पर इस कदर पड़ा है कि हर घर में शुगर पेसेन्ट हार्ट पेशेंट मिल जाए गे जो बातें किताबों में पढ़ा दूर कहीं सुन इ देता था आज हर घर में इसका सामना करना पड़ा है पहले जमाने में लोग मेहनत करते थे खाने मोटे अनाज का उपयोग करते थे जिससे इन नई नई बीमारी का जन्म नहीं होता था इसलिए अपने आहार में मोटे अनाज का उपयोग करें और स्वास्थ्य रहे मोटे अनाज में रासायनिक खाद और…

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झूठ की पराकाष्ठा

दोस्तों मन व्यथित सा हो जाता है यह जान कर की हमारे आस-पास झूठ की ऐसी दीवारें खड़ी है जिन्हें न हम गिरा सकते है न बदल सकते हैं बस मूक दर्शक बने देख ते रहना है हम बात कर रहे हैं अपने देश की न्यायिक व्यवस्था की सपथ समारोहों की जहा पर हमारे धार्मिक ग्रंथों का सम्मान केसाथ अपमानित किया जाता है गीता पर हाथ रख कर कसम खाते हैं की फलां ,,,,,,,,,,,,फलाना गवाह के रूप में प्रस्तुत किया गया गवाह आकर झूठ बोलेगा या सत्य हमें पता ही…

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शिव को कैसे चढ़ाए बेल पत्र

। ओम् नमः शिवाय दोस्तों सावन का पवित्र महीना चल रहा है शिव भक्तों का पावन दिन होता है घरेलू पूजा के अलावा शिव ज्योतिर्लिंगों के दर्शन और कांवर चढ़ा ने की श्रद्धा बढ़ जाती है शिव जी की भक्ति में लीन भक्त समुदाय शिव को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के जतन भी करते हैं शिव जी को चढ़ाई जाने वाली सामग्रियों में बहुत ही प्रिय बेल पत्र है दोस्तों हमारे शाश्त्रो मे चार प्रकार के बेल पत्र का वर्णन है हमारे आस-पास सामान्यतः तीन पाती वाला ही बेल…

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केतकी का फूल शिव को अप्रिय क्यों है

दोस्तों सावन का महीना आते ही शिव भक्त पूजा अर्चना में लग जाते है भगवान के भक्त प्रभु को प्रसन्न करने के लिए अनेकों जतन करते हैं उनकी पसंदीदा सामग्री को चढ़ा ना वैसे भी सावन में भगवान शिव अपने रूद्र अवतार में संसार की रक्षा करते हैं तो भगवान रूद्र शंकर जी का स्वभाव थोड़ा सख्त होता वह जल्दी नाराज भी होते हैं और प्रसन्न भी वैसे भगवान भोले भंडारी बड़े भोले है लेकिन दोस्तों एक ऐसा पुष्प है जो शिव जी को पसन्द नहीं है शिव जी की…

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शंकर जी क्यों बने हनुमानजी

दोस्तों आज का तथ्य स्मरणीय है हमारे आराध्य देव शिव से जुड़ा है दोस्तों हम वर्तमान समय में हर घर मे पूजी जाने वाली रामचरित मानस में वर्णित हनुमानजी के बारे में है ।हनुमानजी के द्वारा लंका दहन को दर्शाया गया है ।की रावण माता सीता को लंका ले गया हनुमानजी माता सीता को खोजते हुए लंका में पहुँचे और रावण के पुत्र समेत राक्षसों को मार दिया फिर मेघनाध ने नागपाश में बाँध कर दरवार में ले जाता है और ।हनुमानजी की पूँछ में आग लगी और लंका जल…

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बदलता परिवेश

हम हमारे रहन सहन शिक्षा हमारी नैतिक मूल्यों की पहचान है हमारे जीवन शैली में इतना परिवर्तन आ गया है हम अपने नैतिक संस्कार को साइड में रखकर आगे बढ़ने की दौड़ में शामिल है इह आपाधापी की जिंदगी में हमें अपनी मंजिल तक का पता नहीं है लेकिन आधुनिकता की अंधी दौड़ में शामिल है हम अपने घर समाज और आस-पास ऐसा रहन सहन बना लिए हैं जो एक अंधी खाई में लेकर जा रहा है हमारा देश 15अगस्त 1947 मे आजाद हुआ लेकिन हमारी जीवन शैली आज भी…

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कोट्स

सबसे बड़ा शिव का दरवार शिव ही संसार सबका पालन हार है मन के मंदिर में अड़बंगी का वास गुनाह तो जाने अनजाने हो ई जाता है अब सजा दे या माफी तू शिव ही सरकार है

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