बच्चों का खाना हैल्दी मखाना

बच्चों का खाना हैल्दी ,स्वच्छ और सुरक्षित होना चाहिए आज कल मार्केट में हजारों ब्रांड उपलब्ध हैं बेबी फूड के नाम पर कहते हैं अपने बच्चों को यह खिलाइए यह पिलाइए फ्लेवर के नाम का भी टीवी चैनल पर एड भरे पड़े हैं लेकिन माता, पिता छः-सात महीने के बच्चे को डिब्बा बंद फूड नही खिलाना चाहते तो क्या खिलाएं जो हैल्दी भी हो और सुरक्षित भी हो आज हम बहुत अच्छा और हैल्दी बेबी फूड बनाने का तरीक़ा बताएगें जो आप अपने घर पर अपने हाथों से बनाकर अपने बच्चों को खिला सकते हैं ।

इस फूड का नाम है मखाना इस मखाने से हम दो तरह का बेबी फूड बनाने का तरीक़ा बताएगें एक नमकीन स्वाद वाला दूसरा मीठा तो आइये बनाते हैं

मखाना 150g.डेढ़ सौ ग्राम मखाना लेकर एक पैन में आधा चम्मच गाय का घी लेकर गरम करें और मखाने को धीमी आँच पर हल्का रोस्ट करे इतना ही भूनें की मखाना कुरकुरा हो जाए अब उसे ठंडा होने दें उस के बाद ग्राइंडर में पीस लें छलनी छान ले अब मखाने को दो बराबर भागो में बाट ले एक भाग में बिना कुछ मिलाए काँच के जार में रख ले दुसरे में कच्चा गुड़ ( खाड़)मिला दे और काँच के जार में रख ले अब बेबी के पसंद के हिसाब से अगर मीठा पसंद है तो एक कप दूध जो थोड़ा जादा गर्म हो उसमें दो चम्मच मीठा मखाना पाउडर डाल कर पाँच मिनट के लिए रख दे कुछ देर में हिला कर देख ले न जादा गाढ़ा न जादा गर्म और पतला हाथ से चेक कर लें गर्म न हो गाढ़ा होने पर दूध मिला कर खिलाएं बेबी खुश हो जाएगा

नमकीन के लिए दाल का पानी ले और गर्म दाल के पानी में दो चम्मच सादा मखाने का पाउडर डाल कर पाँच मिनट के लिए रख दे कुछ देर में हिला कर देख ले न जादा गाढ़ा न जादा गर्म और पतला हाथ से चेक कर लें गर्म न हो बेबी खिलाएं आपका बेबी स्वास्थ्य और तंदरुस्त हो जाएगा

आइये बात करते हैं मखाने में पाए जाने वाले पोषक तत्व और फायदे के बारे में

हृदय के लिए लाभदायक होता है

मखाना हृदय के लिए लाभदायक होता है इसमें पोटैशियम की पर्याप्त मात्रा होती है हृदय में रक्त बहाव को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है जिससे हृदय संबंधी समस्याओं से बचाव करता है फास्फोरस मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है जो बच्चों के हृदय को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक होता है मखाना में फ्लेवनाइड की प्रचुर मात्रा होती है जो हृदय मजबूती प्रदान करने के लिए अहम् भूमिका निभाती है

ऊर्जा का स्त्रोत है

मखाना छः-सात महीने के बच्चे से लेकर बड़े बच्चों के लिए भी

ऊर्जा का स्त्रोत है बढ़ती उम्र के बच्चों में ऊर्जा का स्तर बनाए रखने के लिए मखाना अच्छा सोर्स है मखाना में पाए जाने वाले पोषक तत्व और एन्टीआक्सीडेन्ट बच्चों में तनाव को कम करता है इसलिए बच्चों को मखाना जरूर खिलाएं

हड्डियां को मजबूत बनता है

मखाना में कैल्सियम की भरपूर मात्रा होती है जो हमारी बोन के विकास में सहायक होती है मखाना बच्चों के बोन डेंसिटि बढ़ाने में मदद करता है मखाना में पाया जाने वाला डायटरी पोटैशियम बच्चों में बोन लास के खतरे को कम करता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी से बचाव करता है

नींद में सहायक होता है

खेल कूद के बाद बच्चों को आवश्यक होती है मीठी नींद तो मखाने के सेवन से उसमें पाए जाने वाले सैपोनिन और टर्पेनॉइड नामक बायोएक्टिव कंपाउंड्स यह कार्य सम्पादित कर ते हैं, जो मुख्य रूप से अनिद्रा की समस्या को दूर करने मे सहायक होता हैं। साथ ही इसमें नर्व स्टिमुलेटिंग नामक पोषक तत्व पाया जाता हैं, जो बच्चों की थकान मिटाने के साथ ही मीठी नींद दिलाने में मदद करती हैं।

किडनी की स्वास्थ्य बनता है

मखाने का सेवन बच्चों की किडनी को स्वस्थ रखता है। मखाना किडनी को डिटॉक्सिफाई करने का काम करता है। यह बच्चों में पेशाब की प्रक्रिया को नियमित कर किडनी में होने वाली कई तरह की समस्याओं से बचाने का काम करता है।मखाना मे पाई जाने वाली एस्ट्रजेंट प्रॉपर्टीज किडनी में रक्त के बहाव को बेहतर कर उसे सुचारू रूप से कार्य करने के लिए अधिक मजबूत बनाते हैं।   

मखाना ग्लूटेन रहित होता है

ग्लूटेन अनाज में पाया जाने वाला प्रोटीन होता है,

बच्चों मे इसके सेवन से उनमें चिड़चिड़ाहट, थकान, ब्लोटिंग जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। लेकिन मखाना पूरी तरह से ग्लूटन रहित   होता है। इसके सेवन से बच्चों की कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। इसमें प्रोटीन एवं कार्बोहाइड्रेट की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। तो बच्चों नियमित आहार इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।   

वजन कम करने में सहायक होता है

जिन बच्चों का वजन उम्र और लंबाई के अनुसार ज्यादा होता है, ऐसे बच्चों को तो मखाने का नियमित रूप से सेवन कराना चाहिए। इससे उनका वजन कम होता है और वजन नियंत्रित होता है। इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो बच्चों में भूख को कम करने में मदद करती है। इससे बच्चों में भूख कम होने के साथ ही एनर्जी भी आती है। इससे उनका एक्सट्रा फैट आसानी से गल जाता है

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2 Thoughts to “बच्चों का खाना हैल्दी मखाना”

  1. Arpit Dwivedi

    Very nice

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